Yamuna Level Reaches 208.05 Meters Delhi LG Calls DDMA Meeting Amid Flood Threat – दिल्ली में यमुना का लेवल 208.05 मीटर पहुंचा, बाढ़ के खतरे के बीच LG ने बुलाई DDMA की मीटिंग

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0c17h95g yamuna Yamuna Level Reaches 208.05 Meters Delhi LG Calls DDMA Meeting Amid Flood Threat - दिल्ली में यमुना का लेवल 208.05 मीटर पहुंचा, बाढ़ के खतरे के बीच LG ने बुलाई DDMA की मीटिंग

यमुना नदी का जलस्तर बुधवार को बढ़कर 207.83 मीटर पर पहुंच गया. यह 1978 के बाद यहां यमुना में पानी का सबसे ज्यादा स्तर है, जिसके कारण डूब क्षेत्र में आने वाले इलाकों में पानी बढ़ गया है. यमुना का पानी उत्तरी दिल्ली की एक प्रमुख सड़क तक आ गया है. कश्मीरी गेट, रिंग रोड, आईटीओ पर भी पानी भर गया है. पूर्वी दिल्ली से मध्य दिल्ली और कनॉट प्लेस तक आने-जाने के कुछ रास्तों पर भी यमुना का पानी आने लगा है.

एलजी वीके सक्सेना ने यमुना नदी का निरीक्षण करते हुए संवाददाताओं से कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के कर्मियों को तैनात किया गया है. निचले इलाकों में रहने वाले सभी लोगों को निकाला जाएगा. एलजी ने उम्मीद जतायी कि अगले कुछ दिनों में यमुना का जलस्तर कम हो जाएगा, क्योंकि हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा जाना कम हो गया है.

सीएम ने निचले इलाके के लोगों से की घर खाली करने की अपील 

इससे पहले बुधवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बाढ़ के खतरे को देखते हुए मंत्रियों की आपात बैठक बुलाई. बैठक में बाढ़ के हालातों ने निपटने की तैयारियों पर चर्चा हुई. केजरीवाल ने यमुना किनारे निचले इलाकों में रह रहे लोगों से कहा है कि वे इंतजार नहीं करें, फौरन इन इलाकों को खाली कर दें. हालांकि लोगों ने पहले ही इलाके खाली करना शुरू कर दिए हैं. यहां के लोग राहत कैंपों में शरण लिए हुए हैं.

केजरीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर केंद्र से मदद मांगी. इसमें कहा है कि हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से पानी नियंत्रित रूप से छोड़ा जाए.

दिल्ली सरकार ने जारी किया बयान

दिल्ली सरकार ने एक बयान में कहा, “बुधवार रात 8 बजे, हथिनी कुंड बैराज से 1,47,857 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) द्वारा जारी नवीनतम पूर्वानुमान के अनुसार, पुराने रेलवे ब्रिज (ओआरबी) पर जल स्तर बढ़ने की उम्मीद है. 13 जुलाई की सुबह 4:00 बजे से 6:00 बजे के बीच यमुना का पानी 207.99 मीटर हो जाएगा. उसके बाद इसके स्थिर रहने की संभावना है.”

कहां क्या हैं हालात?

रिपोर्ट के मुताबिक, पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 2013 के बाद पहली बार बुधवार सुबह चार बजे 207 मीटर के निशान को पार किया. इसलिए पुल को आवाजाही बंद कर दी गई है. निचले इलाके में रहने वाले लोगों को ऊंचाई वाले इलाकों में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है. बचाव कार्यों के लिए 45 नावें तैनात की गई हैं और निकाले गए लोगों को राहत देने के लिए गैर सरकारी संगठनों की मदद ली जा रही है.

कुछ इलाकों में धारा 144 लागू

इसके अलावा संबंधित जिलों के सभी डीएम और सेक्टर कमिटी अलर्ट मोड पर हैं. दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर कुछ इलाकों में सीआरपीसी की धारा 144 लागू कर दी है. दिल्ली सरकार का मानना है कि कुछ दिन तक ऐसे हालात रहेंगे.

श्मशान घाटों के लिए एडवाइजरी 

यमुना में बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एमसीडी ने श्मशान घाटों के लिए एडवाइजरी जारी की है. एमसीडी ने कहा, “निगम बोध घाट परिसर में यमुना का पानी घुसने से लोगों असुविधा का सामना करना पड़ सकता है. आम जनता को सलाह दी जाती है कि वे निगम बोध घाट के पास या अपने पड़ोस के अन्य श्मशान घाटों पर अंतिम संस्कार सुविधाओं का उपयोग करें.” एमसीडी ने बताया कि गीता कॉलोनी श्मशान घाट पर भी जलभराव है. लिहाजा, कड़कड़डूमा और गाजीपुर श्मशान घाट पर अतिरिक्त व्यवस्था की गई है.

कैसी है दिल्ली सरकार की तैयारी?

बाढ़ के खतरे को देखते हुए 45 नावों को शिफ्टिंग और रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए लगाया गया है. कुल 12 टीमों को भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिहाज से सबसे संवेदनशील प्वॉइंट पर तैनात किया गया है. एनडीआरएफ की टीमें भी स्टैंड बाय पर हैं. शेल्टर होम में रह रहे लोगों के खाने-पीने और दवा का इंतजाम किया गया है.

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