Rama Ekadashi 2024: कब है रमा एकादशी? इस दिन तुलसी से करें यह उपाय, आर्थिक तंगी से मिल जाएगी मुक्ति!
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अयोध्या: सनातन धर्म में साल के 12 महीने में कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष में एकादशी तिथि आती है, जो बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है. साल में 24 एकादशी तिथि पर व्रत रखा जाता है. एकादशी की तिथि भगवान श्री हरि विष्णु को समर्पित होती है. तो वहीं कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को रमा एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस तिथि पर जगत के पालनहार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करने का विधान है. इस दिन कहा जाता है कि व्रत और पूजा आराधना करने से जीवन के समस्त दुख और संकट दूर होते हैं. धार्मिक मान्यता के अनुसार इस दिन विधि विधान से पूजा आराधना करने से जातक को धन लाभ के योग भी बनते हैं. इस दिन कुछ खास उपाय करने से आर्थिक तंगी से मुक्ति भी मिलती है. तो चलिए इस रिपोर्ट में बताते हैं.
अयोध्या के ज्योतिषी पंडित कल्कि राम बताते हैं कि हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की रमा एकादशी का व्रत 27 अक्टूबर को रखा जाएगा. इस दिन तुलसी से जुड़ा कुछ खास उपाय करने से आर्थिक तंगी से मुक्ति भी मिल सकती है. सभी तरह की समस्याओं से छुटकारा भी मिल सकता है. .
अगर आप अपने जीवन में आर्थिक तंगी से परेशान हैं, तो रमा एकादशी के दिन तुलसी के पत्ते को लाल कपड़े में बांधना चाहिए. उसके बाद इसको अपने तिजोरी अथवा पर्स में रखना चाहिए. कहा जाता है कि ऐसा करने से धन लाभ की योग भी बनते हैं और आर्थिक स्थिति में सुधार आता है.
रमा एकादशी के दिन शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा आराधना करनी चाहिए. इसके बाद तुलसी के पौधे को लाल चुनरी में बांधकर अर्पित करना चाहिए. इस दौरान जीवन में दुख की प्राप्ति का सामना कर रहे लोगों को माता लक्ष्मी से प्रार्थना करनी चाहिए. ऐसा करने से आर्थिक समस्या से मुक्ति मिलती है. दांपत्य जीवन में प्रेम बना रहता है.
रमा एकादशी तिथि के दिन तुलसी के पास देसी घी के 11 दीपक जलाने चाहिए और 11 बार परिक्रमा करनी चाहिए. ऐसा करने से श्रीहरि का आशीर्वाद प्राप्त होता है. साथ ही माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 21, 2024, 09:54 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.
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