online fraud new trick criminals are now using children to embezzle money from parents in jabalpur shocking crime
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जबलपुर. अगर आपका बेटा या बेटी किसी दूसरे शहर या देश में रहकर पढ़ाई कर रहा है तो जरा सावधान हो जाइए. ऑनलाइन ठगी करने वालों ने आपके बच्चों को टारगेट कर लिया है और फिर उनके जरिए वे आपके साथ ठगी कर सकते हैं. जबलपुर में बीते महीनों में हुई कुछ घटनाएं लोगों को जागरूक करने के लिए काफी है. ठग गिरोह पहले तो सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों से लोगों का डाटा इकट्ठा करते हैं. फिर अभिभावकों को फोन करके कहते हैं कि आपका बच्चा पुलिस थाने में है या फ्रॉड केस में फंस गया है और उस पर जुर्माना लगाया गया है. बच्चे को बचाना चाहते हैं तो पैसे ट्रांसफर कर दीजिए. जबलपुर के गुप्तेश्वर में रहने वाली मोना त्रिपाठी ने बताया कि उनकी बेटी सारा अमेरिका में रहकर पढ़ाई कर रही है. कुछ दिन पहले उन्हें दोपहर के समय एक फोन आया कि उनकी बेटी मुंबई पुलिस के कब्जे में है और वह एक फ्रॉड केस में पकड़ी गई है. यह सुनते ही मोना घबरा गईं, क्योंकि सुबह ही उन्होंने अपनी बेटी सारा से फोन पर बात की थी, लेकिन उस समय अमेरिका में रात का समय था इसलिए वे बेटी को फोन नहीं लगा सकीं.
मोना त्रिपाठी ने बताया कि इसके बाद उन्होंने तत्काल अपने पति को फोन करके फोन पर कही गई बातों की जानकारी दी, क्योंकि उनके पति इस तरह के फ्रॉड के प्रति काफी जागरूक है, इसलिए उन्होंने मोना को भी समझाया कि यह फ्रॉड कॉल है और ऐसा कुछ नहीं हुआ है. हालांकि देर शाम उन्होंने जब बेटी सारा को कॉल किया तो उसने भी खुद के सेफ होने की जानकारी दी.
जालसाजी का नया तरीका
दूसरा मामला अधारताल थाना क्षेत्र में रहने वाले संतोष नेमा का है. उनकी बेटी जबलपुर में ही पढ़ती है. उनकी पत्नी के मोबाइल पर एक शख्स का फोन आया और उनसे पूछा कि आपकी बेटी कहां है. जब उन्होंने कहा कि बेटी कॉलेज गई है, तो सामने वाले ने कहा कि उसके खिलाफ एक केस दर्ज हुआ है. फोन करने वाले ने खुद को जबलपुर पुलिस विभाग का अफसर बताया. फोन करने वाले शख्स की बात सुनकर उन्होंने फोन अपने पति को दे दिया जिन्होंने कड़क होकर बात की तो फोन कट हो गया.

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मोना त्रिपाठी और संतोष नेमा तो जागरूक होने के कारण जालसाजों से बच गए, लेकिन जबलपुर में कई लोगों ने बच्चों को बचाने के चक्कर में जालसाजों के बताए गए अकाउंट में पैसे ट्रांसफर कर दिए और ठगी का शिकार हो गए. पुलिस अधिकारियों ने भी इस बात की पुष्टि की है कि जालसाजी का यह नया पैटर्न है जिसमें ठगी करने वाले बच्चों के नाम पर ब्लैकमेल करके पैसे ऐंठ रहे हैं. ऐसे मामलों में अभिभावकों का बच्चों के साथ लगातार संपर्क में होना और पुलिस को जानकारी देना जरूरी है.
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Tags: Crime News, Jabalpur news, Mp news
FIRST PUBLISHED : April 10, 2024, 17:17 IST
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