Loksabha Elections 2024 Opposition INDIA Meeting Pm Candidate Debate Against Modi Its Profit And Loss – विपक्षी गठबंधन INDIA में एक अनार सौ उम्मीदवार… 2024 के चुनाव में कितना नफ़ा-नुकसान?

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gb11k1sg opposition meet ani Loksabha Elections 2024 Opposition INDIA Meeting Pm Candidate Debate Against Modi Its Profit And Loss - विपक्षी गठबंधन INDIA में एक अनार सौ उम्मीदवार... 2024 के चुनाव में कितना नफ़ा-नुकसान?

वैसे महाविकास अघाड़ी गठबंधन (MVA) के नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में सही बात कही. विपक्षी फ्रंट में हर कोई प्रधानमंत्री बनने के सपने देख रहा है. मुंबई में होने वाली बैठक से अलग-अलग दल अपने-अपने नेताओं के नामों पर जोर दे रहे हैं. पहले राहुल गांधी, फिर शरद पवार, उसके बाद नीतीश कुमार… और अब इस रेस में अरविंद केजरीवाल के नाम सामने आ रहा है. 

पीएम उम्मीदवार के लिए सामने आए ये नाम

आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि अरविंद केजरीवाल को पीएम पद का चेहरा बनना चाहिए. हालांकि, बाद में आम आदमी पार्टी ने इसे उनकी निजी राय बताते हुए पार्टी को इस बयान से अलग कर लिया. इस बीच शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने प्रियंका कक्कड़ के बयान को सही बताते हुए कि अगर उनसे पूछा जाए, तो वे भी कहेंगी कि उद्धव ठाकरे को पीएम उम्मीदवार होना चाहिए. इसी तरह समाजवादी पार्टी की जूही सिंह ने अखिलेश यादव का नाम लिया.

इस तरह की बात समय समय पर जनता दल यूनाइटेड में नीतीश कुमार, टीएमसी में ममता बनर्जी, समाजवादी पार्टी में अखिलेश यादव के लिए भी कही जाती रही है. कांग्रेस भी राहुल गांधी को सबसे बड़ा चेहरा बताने में पीछे नहीं रहती है. यानी कि एक अनार सौ उम्मीदवार..एक पद की उम्मीदवारी के कई दावेदार. जाहिर सी बात है कि भारतीय जनता पार्टी विपक्ष में प्रधानमंत्री बनने की ख़्वाहिश रखने वाले नेताओं का उल्लेख करने से पीछे नहीं हट रही है.

ममता बनर्जी बोलीं- INDIA ही होगा पीएम का चेहरा

इस बीच विपक्षी गठबंधन की बैठक के लिए मुंबई पहुंचीं पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने पीएम उम्मीदवार को लेकर अलग राय रखी. उन्होंने कहा, “विपक्षी गठबंधन में पीएम का चेहरा तो INDIA ही होगा. हमारी लड़ाई देश को बचाने की है.”

लेकिन ज़रा सोचिए. “उधर पीएम मोदी तो इधर कौन?” इसकी बहस में क्या ये वाकई विपक्ष के लिए एक बड़ा नुकसान साबित होगा? अगर हर पार्टी में अपने नेता को प्रधानमंत्री पद पर देखने की ख़्वाहिश जग उठे, तो शायद कैडर मज़बूती से चुनाव की तैयारी में लगेगा और मज़बूती से लड़ाई करेगा. हो सकता है कि कुछ सफलता भी हासिल कर ले. ऐसे में चुनाव की रणभूमि में ये आत्मविश्वास लेकर उतरना क्या इतनी बुरी बात है, जो बताई जा रही है? 

कुछ ऐसा ही सवाल उद्धव ठाकरे से भी पूछा गया. उन्होंने जवाब में कहा, “हमारे पास पीएम बनाने के लिए बहुत च्वॉइस हैं. सवाल ये है कि बीजेपी के पास मोदी के अलावा और क्या च्वॉइस हैं. सरकार ने क्या किया, ये सब देख रहे हैं.” 

सीट शेयरिंग भी बड़ा मुद्दा

विपक्षी गठबंधन में पीएम उम्मीदवार के साथ ही बड़ा मुद्दा सीट शेयरिंग भी है. पहले की दो बैठकों में इसपर कोई बात नहीं हुई है. अभी कुनबा बढ़ाने पर ही ज़ोर है. बेंगलुरु में हुई दूसरी बैठक में 26 दल थे. अब मुंबई में 28 दल मीटिंग में शामिल होंगे. शरद पवार ने कहा कि फिलहाल सीटों पर बात नहीं हुई है.

इस बैठक में क्या होगा?

– PM चेहरे की कोई घोषणा नहीं होगी. 

– अध्यक्ष चुने जाने पर चर्चा होगी. 

– कोई झंडा नहीं होगा.

– Logo जारी किया जाएगा. 

– थीम सॉन्ग रिलीज़ हो सकता है. 

– सचिवालय दिल्ली में होगा. 

– सचिवालय का मुख्य काम अंतर्विरोधों पर चर्चा करना, समाधान निकालना होगा. 

– सचिवालय चलाने के लिए 11 सदस्यों की कमेटी बनाई जाएगी.

– तीन सब ग्रुप होंगे, जिसमें 6-6 सदस्य होंगे.

– सीट शेयरिंग का फैसला राज्य स्तर पर होगा.  

चुनाव लड़ने की रणनीति अभी तय नहीं

इन सबके बीच सबसे अहम सवाल ये है कि चुनाव लड़ने की रणनीति क्या होगी? ये अभी तक तय नहीं किया गया है. मौजूदा हालात को देखें तो कुछ चीजें साफ होती हैं:-

– AAP और कांग्रेस के बीच की टक्कर. 

– दिल्ली, पंजाब में कैसे एकजुट होकर लड़ेंगे. 

– AAP दूसरे राज्यों में विस्तार में भी जुटी है. 

– इसकी वजह से भी I.N.D.I.A में शामिल कई दल परेशान हो सकते हैं.

– पीएम उम्मीदवार को लेकर जारी बयानबाज़ी पर कैसे रोक लगेगी. 

– बंगाल में कांग्रेस बनाम तृणमूल बनाम लेफ़्ट का मामला भी है. 

– महाराष्ट्र में एनसीपी में टूट हो गई है. इसका क्या असर होगा. 

– क्या दूसरे दलों में भी एनसीपी जैसे हालात दिखेंगे? 

– शरद पवार कितने भरोसेमंद इसपर भी सवाल उठते रहे हैं. 

– कई राज्यों में क्षेत्रीय दलों के आपसी टकराव बहुत ज़्यादा है .

विपक्ष ने जताई जल्द चुनाव की आशंका

विपक्ष को लग रहा है कि सरकार जल्दी चुनाव करवा सकती है. ममता बनर्जी, नीतीश कुमार ने जल्द चुनाव की संभावना जताई है. 

ममता बनर्जी ने कहा था कि इस बात की संभावना है कि बीजेपी दिसंबर 2023 में चुनाव करा सकती है. जबकि नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी को वक्त के साथ ज़्यादा नुकसान की आशंका है. विपक्षी एकता से बीजेपी डरी हुई है.

सवाल ये है कि क्या I.N.D.I.A जल्द चुनाव के लिए तैयार है? इस सवाल के जवाब में वरिष्ठ पत्रकार रशीद किदवई कहते हैं, “विपक्ष के नए गठबंधन INDIA बना है, उसे लेकर बहुत भ्रांतियां हैं. जो गठबंधन में हैं और जिनको समझ है, वो कुछ नहीं कह रहे हैं. लेकिन जो अधिकृत लोग नहीं हैं, वो बयान दे रहे हैं. मुझे लगता है कि मुंबई मीटिंग की सबसे बड़ी उपलब्धि ये होगी कि वहां स्टैंडिंग कमेटी तय हो जाएगी, जो गठबंधन को लेकर बयान देगी. गठबंधन के बारे में बात करने के लिए 7 या 8 लोग तय किए जाएंगे.”

वहीं, बीजेपी भी एनडीए को मज़बूत करने में जुटी हुई है. जिस वक्त मुंबई में विपक्षी गठबंधन INDIA की बैठक हो रही होगी, उसी वक्त मुंबई में एनडीए के दलों की भी बैठक होगी. पिछली बार भी जब INDIA की बैठक हुई थी, तो एनडीए ने भी अपनी ताकत दिखाई थी. यानी अभी आमने सामने NDA और INDIA दिख रहा है.

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