Lifestyle Changes To Reduce Belly Fat In Hindi | How To Lose Stubborn Belly Fat Naturally In 1 Week | Belly Fat Exercise | Pet Kaise Kam Kare
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How to Reduce Belly Fat: बेली फैट घटाने और वजन पर काबू करने के तरीके.
Reduce Belly Fat in Hindi: दुनिया की सबसे बड़ी आबादी मोटापा से पीड़ित है. मोटे लोगों के लिए सबसे बड़ा चैलेंज है पेट के पास की चर्बी या बेली फैट को काबू में करना. हालांकि, ज्यादातर लोग पेट की चर्बी बढ़ने के लिए खानपान को कसूरवार ठहराते हैं, लेकिन यह जानना जरूरी होता है कि आखिर क्या और कैसे खाने से मोटापा (Motapa) आता है. दरअसल, तली-भुनी या मीठी चीजों को ज्यादा खाने से शरीर में अनचाहे बदलाव होते हैं. इन फूड्स को बेली फैट का कारण बताया जाता है. न्यूट्रिशंस एक्सपर्ट इस बेली फैट को घटाने या काबू में करने के लिए कई तरीके बताते हैं. खानपान की आदतों पर काबू इनमें सबसे पहले है. तोंद निकलने को रोकने और मोटापा पर काबू के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव भी बेहद जरूरी बताया जाता है.
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बेली फैट कैसे घटाएं?
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यहां हम आपको बता रहे हैं ऐसे 4 कारणों के बारे में जो आपके लटकते पेट के पीछे की वजह हो सकता है. अगर आपने इन कारणों पर काबू पा लिया तो फिर पेट पर झूलते फैट को गायब करना आपके लिए ज्यादा मुश्किल नहीं होगा. ये 4 चीजें आपका पेट निकलने की वजह हो सकती हैं. इनमें से 3 तो हार्मोन हैं. तो अगर आप भी मोटापे से छुटकारा पाना चाहते हैं तो इन 4 चीजों को करें कंट्रोल और वजन अपने आप कम होने लगेगा.
पेट को थुलथुला बनाने वाली चीजें या वजन बढ़ाने वाले 3 हार्मोन (Weight Gain Hormones)
बढ़े हुए वजन और लटकते बैली फैट के पीछे ये तीन हार्मोन हो सकते हैं- शरीर में इंसुलिन हॉर्मोन, कोर्टिसोल हॉर्मोन और एस्ट्रोजन हॉर्मोन को कंट्रोल करने के साथ ही सेडेंटरी लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देने की जरूरत है. ये तीनों हार्मोन शरीर का वजन बढ़ाने के कारण बनते हैं. इन्हें कंट्रोल में रखकर आप अपने वजन पर भी कंट्रोल रख सकते हैं. आइए जानते हैं कि ये सब क्या है और इसके साथ कैसे डील करना होता है.
हॉर्मोन का बेली फैट बढ़ाने में क्या है रोल (How To Lose Stubborn Belly Fat Naturally)
- हाई इंसुलिन पेट की चर्बी बढ़ाता है. लंबे समय तक इंसुलिन की हाई डोज से सेल्स उसके प्रति असंवेदनशील हो सकती हैं. इससे खून में ग्लूकोज बढ़ता है. बाद में ये ग्लूकोज इस्तेमाल ना होने की वजह से फैट के रूप में जमा हो जाता है.
- इसके अलावा स्ट्रेस हॉर्मोन कोर्टिसोल के बढ़ने से इंसुलिन रेजिस्टेंस हो सकता है. इससे भी फैट बढ़ता है. इसके अलावा अल्कोहल यानी शराब या बीयर पीने से एस्ट्रोजन हॉर्मोन बढ़ता है. यह भी बॉडी में और खासकर पेट के पास फैट को स्टोर करता है. इसलिए तीनों हॉर्मोन का नार्मल लेवल हमेशा मेंटेन करना चाहिए.
- शारीरिक गतिविधि कम हो जाने यानी ज्यादातर समय बैठे या लेटे रहने की आदत को सेडेंटरी लाइफस्टाइल कहते हैं. यह सेडेंटरी लाइफस्टाइल बेली फैट का मुख्य कारण है.
बेली फैट घटाने और वजन पर काबू करने के तरीके (Ways to reduce belly fat and control weight)
- बेली फैट घटाने और वजन पर काबू करने के लिए सबसे पहले डाइट प्लान पर फोकस करें.
- कार्ब्स, प्रोसेस्ड और मीठे फूड के सेवन से तौबा करें या काफी कम कर दें.
- डाइट में लीन प्रोटीन और हेल्दी फैट शामिल करें.
- शराब और कैफीन से बिल्कुल दूर रहें.
- डाइट में लहसुन, अदरक, कद्दू के बीज, व्हीटग्रास, फैटी फिश, काली मिर्च के साथ हल्दी जैसे फंक्शनल फूड आइटम जोड़ें.
- लिवर और पेट को साफ रखने के लिए प्रोबायोटिक और प्रीबायोटिक फूड जरूर लें.
- इसके बाद दिन में 7 से 9 घंटे की नींद जरूर लें. खासतौर से रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक सोए रहने की आदत डालें.
- हफ्ते में 5 दिन 30-30 मिनट तक कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग सहित कुछ एक्सरसाइज जरूर करें.
- इसके बाद जरूरी समझें तो किसी अनुभवी डॉक्टर की सलाह लें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)
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