Explainer: सऊदी अरब के रेगिस्तान में अचानक क्यों पड़ी बर्फ? इतिहास में पहली बार हुआ ऐसा
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क्या आप किसी रेगिस्तान में तेज बारिश, कड़ाके की ठंड और बर्फबारी की कल्पना कर सकते हैं? सऊदी अरब के एक रेगिस्तान में बिल्कुल ऐसा ही हुआ. इतनी बर्फ गिरी कि रेगिस्तान सफेद चादर जैसा नजर आने लगा. सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार अल-जौफ के रेगिस्तानी इलाके के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के बाद ओले पड़े और बर्फ की सफेद चादर सी बिछ गई. अब इस पूरे इलाके में बर्फबारी के चलते कड़ाके की ठंड पड़ रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. तो आखिररेगिस्तान में बर्फ कैसे गिरी? क्यों ऐसी अप्रत्याशित घटना हुई? समझते हैं…
सऊदी अरब पिछले एक हफ्ते से असामान्य मौसम का सामना कर रहा है. पिछले बुधवार को अल-जौफ इलाके में भारी बारिश और बड़े-बड़े ओलों के साथ कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई. देश की उत्तरी सीमा पर रियाद और मक्का के कुछ क्षेत्रों में भी ऐसा हुआ. Watchers.news के अनुसार खराब मौसम की वजह से असीर, तबुक और अल बहाह क्षेत्र भी प्रभावित हैं.
सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात अल-जौफ के पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी रही, जिसने स्थानीय लोगों को चौंका दिया. इसको लेकर सोशल मीडिया पर तमाम तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. लोग तस्वीरें भी साझा कर रहे हैं. इन तस्वीरों में सड़कें और घाटियां ओलों से ढकी दिख रही हैं. कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने तो यहां तक दावा किया कि तूफान की वजह से इस क्षेत्र में झरने और बर्फीली नदियां बन गई हैं. ।
तो आखिर रेगिस्तान में क्यों हुई बर्फबारी?
संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के राष्ट्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (NCM) के मुताबिक इस असामान्य ओलावृष्टि का कारण अरब सागर से ओमान तक फैला लो प्रेशर सिस्टम है. लो प्रेशर की वजह से नमी से भरी हवाएं ऐसे इलाके में आ गईं जो आमतौर पर सूखे के लिए जाना जाता है. इसी वजह सेसऊदी अरब और पड़ोसी संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में गरज के साथ बारिश और ओलावृष्टि हो रही है.खलीज टाइम्स के अनुसार, NCM ने आने वाले दिनों में अल-जौफ के अधिकांश हिस्सों में संभावित गरज के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है.
मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है कि आने वाले दिनों में इस इलाके में और बारिश और ओलावृष्टि की संभावना शामिल है. जिससे विजिबिलिटी भी प्रभावित हो सकती है. मौसम विभाग ने तूफान के साथ तेज हवाएं भी चलने की आशंका जताई है.अलर्ट के मद्देनजर नागरिक सुरक्षा महानिदेशालय और NCM ने निवासियों को अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक सावधानियां बरतने की सलाह दी है.
क्या रेगिस्तानों में बर्फबारी अब सामान्य हो गई है?
सऊदी अरब में बर्फबारी दुर्लभ है लेकिन ऐसा नहीं है कि पहले कभी ऐसा कुछ नहीं हुआ. कुछ साल पहले ही सहारा रेगिस्तान के एक शहर में (जो अक्सर 58 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान के लिए जाना जाता है) में तापमान -2 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया था, जिससे अप्रत्याशित बर्फबारी हुई थी.रेगिस्तानी इलाकों में बर्फबारी के पीछे वैज्ञानिक अक्सर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को देखते हैं. विश्व बैंक के अनुसार, पश्चिम एशिया जलवायु से संबंधित प्रभावों के लिए सबसे संवेदनशील क्षेत्रों में से एक है. पूर्वानुमान बताते हैं कि औसत तापमान में वृद्धि हो सकती है. जिससे मौसम के पैटर्न में अधिक अनियमितता और चरम घटनाएं हो सकती हैं.
इसी साल की शुरुआत में सऊदी अरब की राजधानी रियाद को भारी बारिश के बाद गंभीर बाढ़ का सामना करना पड़ा. बाढ़ की जो तस्वीरें सामने आईं उसमें दिख रहा था कि बहाव इतना तेज था की पानी में कारें तक बह गईं. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि पहले बाढ़ और अब बर्फबारी की घटनाएं दिखाती हैं कि खाड़ी देशों को इन जलवायु परिवर्तन की स्थितियों से निपटने और उनके प्रभाव को कम करने के लिए मजबूत नीतियां और रणनीतियां विकसित करनी होंगी. (एजेंसियों से इनपुट के साथ)
Tags: Climate Change, Saudi Arab, Saudi arabia, Snow fall, Special Project
FIRST PUBLISHED : November 5, 2024, 18:19 IST
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