Dharavi Population And Area Density Know History Of This Slum And How Many People Live In Dharavi Read Here All Details

[ad_1]

जब भी मुंबई की बात होती है तो लोगों के दिमाग में कई तरह के सीन क्रिएट होते हैं. किसी के दिमाग में फिल्म इंडस्ट्री का ग्लैमर तो किसी के दिमाग में भीड़भाड़ वाले इलाके आते हैं. वहीं मुंबई की झुग्गियां या चॉल भी मुंबई की पहचान का एक अहम हिस्सा है. वहीं इन झुग्गियों में सबसे खास है धारावी. दरअसल, धारावी मुंबई का वो इलाका है, जहां काफी कम जगह में बड़ी संख्या में लोग रहते हैं और इस जगह में कई व्यापारिक गतिविधियां भी होती हैं, जो मुंबई के पूरे व्यापार में अहम योगदान करती हैं.

आपने भी धारावी के बारे में काफी कुछ सुना होगा, लेकिन कभी आपने सोचा है कि आखिर धारावी में ऐसा क्या है कि यहां इतनी सी जगह में इतने लोग रहते हैं. तो आज आपको बताते हैं कि धारावी की कहानी क्या है और किस तरह से यहां बड़ी संख्या में लोग बसने लगे और अब धारावी किन किन मायनों में मुंबई के लिए अहम है. कहा जाता है कि जहां आज धारावी है, वहां एक जमाने में कोई द्वीप हुआ करता था. तो जानते हैं कहानी धारावी की पूरी कहानी…

पहले धारावी की जगह क्या था…

दरअसल, धारावी पहले मैंग्रोव वाला एक आइलैंड हुआ करता था. लेकिन, धीरे-धीरे इसे कोली मछुआरों ने इसे अपने रहने के लिए गांव में बदलना शुरू कर दिया था. उस वक्त यहां रहने वाले लोगों की संख्या काफी कम थी, मगर धीरे धीरे यहां लोग बढ़ने लगे और स्लम एरिया में तब्दील हो गया. ये स्लम ब्रिटिश औपनिवेशिक काल के दौरान ही बना दिया गया था और जब गरीब लोगों ने माइग्रेशन शुरू किया तो यहां कि संख्या लगातार बढ़ने लग गई. 

उस वक्त धारावी और अन्य झुग्गियों में लोगों की संख्या बढ़ने का कारण ये थे कि ब्रिटिश सरकार ने कई गरीब लोगों को शहर से हटाना शुरु कर दिया था और कई कारखाने भी शहर से हटा दिए थे. इससे मजदूर शहर में किराए पर नहीं रह पा रहे थे और उन्होंने मुंबई के आउटर में स्लम में जाने का फैसला किया और उसमें धारावी अहम था. फिर आजादी से पहले ही यहां एक जगह पर लोगों की संख्या बढ़ना शुरू हो गई थी. इसके बाद यहां माइग्रेट मजदूर बढ़े तो उन्होंने सस्ते में रहने के लिए इस जगह को चुना और लगातार लोग बढ़ते गए. अब हालात ये हैं कि यहां करीब 1 मिलियन लोग रहते हैं और एरिया काफी कम है. इसका नतीजा ये है कि जनसंख्या घनत्व 869,565 व्यक्ति प्रति वर्ग मील है. 

ये दुनिया के सबसे बड़े स्लम में से एक गिना जाती है, जिसका एरिया 2.39 वर्गकिलोमीटर है और बड़ी संख्या में लोग यहां रह रहे हैं. साथ ही ये जगह दुनिया की सबसे ज्यादा जनसंख्या घनत्व वाली जगह है, जिसका मतलब है कि यहां कम जगह में काफी ज्यादा लोग रहते हैं. 

व्यापार में भी काफी आगे है धारावी

क्या आप जानते हैं कि मुंबई का लगभग 60 फीसदी प्लास्टिक कचरा धारावी में रिसाइकिल किया जाता है. इसका साथ ही यहां चमड़े का काफी बड़ा मार्केट है. यहां करीब 50 साल से चमड़े का काम किया जा रहा है और चमड़े के कई कारखाने हैं, जो मुंबई की इकोनॉमी में अहम हिस्सा रखते हैं. 

ये भी पढ़ें- नेहरू जी ने अपनी वसीयत में बताया था- मरने के बाद उनकी राख का क्या करना है?

[ad_2]

Source link

x