Congress Manifesto Reflects The Thinking Of Muslim League: Prime Minister Modi – कांग्रेस के घोषणा पत्र में मुस्लिम लीग के सोच की झलक : प्रधानमंत्री मोदी
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सहारनपुर:
कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी. मोदी ने कहा कि कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है और इसका जो कुछ हिस्सा बचा रह गया, उसमें वामपंथी पूरी तरह हावी हो चुके हैं. कांग्रेस इसमें दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती है.
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मोदी ने सहारनपुर में एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा, ‘आजादी की लड़ाई लड़ने वाली कांग्रेस तो दशकों पहले ही समाप्त हो चुकी है. अब जो कांग्रेस बची है, उसके पास न देशहित में नीतियां हैं और न ही राष्ट्रनिर्माण की दृष्टि. कल कांग्रेस ने जिस तरह का घोषणा पत्र जारी किया है, उससे साबित हो गया है कि आज की कांग्रेस, आज के भारत की आशाओं-आकांक्षाओं से पूरी तरह कट चुकी है.”
उन्होंने कहा, ”कांग्रेस के घोषणा पत्र में वही सोच झलकती है, जो आजादी के आंदोलन के समय मुस्लिम लीग में थी. कांग्रेस के घोषणा पत्र में पूरी तरह मुस्लिम लीग की छाप है और इसका जो कुछ हिस्सा बचा रह गया है, उसमें वामपंथी पूरी तरह हावी हो चुके हैं. कांग्रेस इसमें दूर-दूर तक दिखाई नहीं देती है.”
PM मोदी ने कहा, “जनता के पैसों को लूटना ये लोग अपना खानदानी हक समझते थे. मोदी ने बीते 10 वर्षों में लूट की बीमारी का परमानेंट इलाज कर दिया है.”
उत्तर प्रदेश में सपा की स्थिति तो यह है कि यहां उन्हें हर घंटे अपने उम्मीदवार बदलने पड़ रहे हैं, जबकि कांग्रेस की स्थिति तो और भी विचित्र है, कांग्रेस को तो उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे. उन्होंने कहा कि जिन सीटों को कांग्रेस अपना गढ़ मानती थी, वहां भी उसे उम्मीदवार उतारने की हिम्मत ही नहीं हो रही है. (शायद प्रधानमंत्री का इशारा उप्र की अमेठी और रायबरेली सीट की ओर हैं, जहां कांग्रेस ने अब तक उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है).
उन्होंने कहा, ‘‘इंडी गठबंधन अस्थिरता और अनिश्चितता का दूसरा नाम बन चुका है और इसलिए देश आज उनकी एक भी बात को गंभीरता से नहीं ले रहा है.”
PM मोदी ने कहा, “मुस्लिम लीग के उस समय के विचारों को कांग्रेस आज भारत पर आज थोपना चाहती है. मुस्लिम लीग की छाप वाले इस घोषणा पत्र में जो बचा-कुचा हिस्सा था, उस पर वामपंथी हावी हो गए हैंं.”
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