Anand Mahindra Shares Unique Idea To Ingrain Habit Of Cleanliness And Tidiness In Kids Watch Video – बच्चों में साफ-सफाई की आदत डालने के लिए आनंद महिंद्रा ने शेयर किया अनोखा तरीका, लोग बोले
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बच्चों में साफ-सफाई की आदत डालने के लिए आनंद महिंद्रा ने शेयर किया अनोखा तरीका
महिंद्रा समूह के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने एक्स ‘स्वच्छता, साफ-सफाई और सहयोग को अपनी मूल प्रकृति में कैसे शामिल किया जाए’ इस पर एक पोस्ट शेयर किया है. इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी पूछा कि क्या इसे पूर्व-प्राथमिक और प्राथमिक विद्यालयों के लिए एक मानक अभ्यास बनाया जा सकता है. उन्होंने जो वीडियो शेयर किया है उसमें एक शिक्षक खिलौने और अन्य चीजें फर्श पर फेंकता दिख रहा है. फिर, जब छात्र कक्षा में प्रवेश करते हैं, तो वे तुरंत गंदगी पर नज़र डालते हैं और तुरंत कमरे की सफ़ाई करना शुरू कर देते हैं. बच्चों को खिलौने उठाते और उन्हें एक बक्से में व्यवस्थित करते देखा जा सकता है. उन्होंने फ़र्नीचर को भी साफ़ किया और हर चीज़ को वापस वैसे ही रख दिया जैसे वह थी.
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इस पोस्ट को 7 जनवरी को शेयर किया गया था. पोस्ट होने के बाद से इसे 6 लाख से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. शेयर पर 14,000 से अधिक लाइक्स और ढेरों कमेंट्स भी हैं. कई लोगों ने इस विचार की सराहना की और कमेंट सेक्शन में अपने रिएक्शन भी दिए.
देखें Video:
What an idea…
This is how to embed cleanliness & tidiness & collaboration in our basic nature.
Can we make this practice a standard part of pre and elementary schools?? pic.twitter.com/APeVw4AKWL
— anand mahindra (@anandmahindra) January 7, 2024
एक शख्स ने लिखा, ‘आइडिया तो बढ़िया है, लेकिन हमें स्कूलों के बजाय पहले घर से ही ये चीजें शुरू करनी चाहिए.’ दूसरे ने कमेंट किया, “माता-पिता और देखभाल करने वाले अपने कार्यों के माध्यम से अच्छे उदाहरण स्थापित कर सकते हैं और स्वच्छता, साफ-सफाई और सहयोगात्मक व्यवहार बनाए रखने में बच्चों के प्रयासों को सकारात्मक सुदृढीकरण प्रदान कर सकते हैं.”
तीसरे ने कहा, “यह एक अच्छा विचार है. हमें शिक्षा के एक हिस्से के रूप में इस तरह की गतिविधि अवश्य करनी चाहिए.” चौथे ने कहा, “इसकी तत्काल आवश्यकता है, और यह निश्चित रूप से आने वाली पीढ़ियों के बीच अपने परिवेश के प्रति जिम्मेदारी की भावना पैदा करेगा, चाहे वह उनका घर हो या सार्वजनिक स्थान. विडंबना यह है कि वर्तमान में सार्वजनिक स्थानों के लिए जिम्मेदारी की भावना गायब है.” पांचवें ने पोस्ट किया, “बिल्कुल! स्कूलों में स्वच्छता को शामिल करना एक सकारात्मक और स्वस्थ शिक्षण माहौल बनाने के लिए महत्वपूर्ण है. यह बच्चों को मूल्यवान आदतें सिखाता है जो जीवन भर चल सकती हैं.”
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