हरियाणा का यह गांव मिनी ब्राजील के नाम से है मशहूर ! PTI अध्यापक ने बदली थी तस्वीर

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3204865 HYP snpVc website35 हरियाणा का यह गांव मिनी ब्राजील के नाम से है मशहूर ! PTI अध्यापक ने बदली थी तस्वीर

जगबीर घणघस/भिवानी. हरियाणा में जब भी खेलों की बात होती है तो भिवानी का नाम सबसे पहले लिया जाता है. मिनी क्यूबा के नाम से प्रसिद्ध भिवानी ने भारत को मुक्केबाजी से लेकर कुस्ती तक बहुत खिलाडी दिए हैं. वहीं, अब भिवानी का ही एक गांव मिनी ब्राज़ील के नाम से प्रसिद्ध होने लगा है. भिवानी के अलखपुर गांव में फुटबॉल का ऐसा जूनून चढ़ा है कि गांव की करीब 200 बेटियां इस खेल हाथ आजमा रहें है

15 साल पहले PTI अध्यापक गोवर्धन शर्मा ने भिवानी के अलखपुरा गांव में फुटबॉल को लेकर ऐसी अलख जगाई कि आज इस गांव के हर घर से बेटी फुटबॉल खेलते हुए नजर आ रही है. जिसके चलते अब अब इस गांव को मिनी ब्राजील कहा जाने लगा है. हर रोज ग्राउंड में करीब 200 बेटियां फुटबॉल खेलती हैं. खास बात ये है कि अधिकतर बेटियां 3-4 साल की उम्र से ही फुटबॉल के मैदान में आना शुरू हो जाती हैं.

महिला फुटबॉल टीम में अलखपुरा गांव दबदबा
वहीं, पिछले 9 साल से सोनिका बिजारणिया यहां बेटियों को फुटबॉल की कोचिंग दे रही हैं. उन्होंने बताया कि हरियाणा की महिला फुटबॉल टीम ने पहली बार सीनियर नेशनल खेला और ब्रॉन्ज मेडल जीता. जिसमें 22 में 13 खिलाड़ी अलखपुरा गांव की थी. उन्होंने कहा कि हमारा सपना है कि एक दिन देश की आधी टीम अलखपुरा गांव की हो. तब हमारा गांव को मिनी ब्राज़ील बनाने का सपना पूरा होगा.

30 खिलड़ियों को मिली नौकरी
वहीं फुटबॉल खिलाड़ी सुषमा व संतोष ने बताया कि छोटी लड़कियों का लक्ष्य सुब्रतों कप और बड़ी लड़कियों का इंडिया टीम में खेलने का है. उन्होंने कहा कि नेशनल और इंटरनेशनल खेल चुकी करीब 30 लड़कियां रेलवे, असम राइफल व सीआरपीएफ में नौकरी लग चुकी हैं. गांव में हर बेटी को फुटबॉल खेलने पर पूरे परिवार का सहयोग मिलता है.

गांव की बेटियों पर है गर्व
ग्रामीणों का कहना है कि गांव की बेटियों ने समाज की सोच बदल दी है. बेटियों को आगे बढ़ने का मौक़ा दिया जाए तो वो आपको कभी नीचा नहीं देखने देंगी. उन्होंने कहा कि आज गांव ही नहीं, आस-पड़ोस के गांव की बेटियां भी हमारे गांव में खेलने आती है. हमारे गांव की बेटियों ने अपने साथ अपने परिवार को भी आर्थिक तौर से मज़बूत किया है. ऐसे में देखना होगा अलखपुरा में जगी ये अलख देश व प्रदेश में कब जगती है. तभी जाकर इंटरनेशनल लेवल पर देश की बेटियां फुटबॉल में भी गोल्ड लेकर आ सकती हैं.

Tags: Bhiwani News, Football, Haryana news, Local18

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