यारों के यार थे दिलीप कुमार, देर रात आए 3 दोस्तों का नींद में किया था स्वागत, सुबह 4 बजे तक सुनाते रहे किस्से

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Dilip Kumar 1 यारों के यार थे दिलीप कुमार, देर रात आए 3 दोस्तों का नींद में किया था स्वागत, सुबह 4 बजे तक सुनाते रहे किस्से
नई दिल्ली: दिलीप कुमार (Dilip Kumar) एक उम्दा एक्टर ही नहीं, एक बहुत अच्छे इंसान भी थे. वे जब से गुजरे हैं, तब से सायरा बानो उनसे जुड़ी यादों के सहारे जी रही हैं. एक्ट्रेस कुछ दिनों से दिलीप कुमार की यादों को सोशल मीडिया पर जाहिर कर रही हैं. उन्होंने अपनी नई पोस्ट में दिलीप कुमार की महमाननवाजी और अमिताभ बच्चन के साथ उनकी घनिष्ठता के बारे में बताया. (फोटो साभार: Instagram@sairabanu)

सायरा बानो इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखती हैं, ‘साहिब से उनके दोस्त और एक्टर ओम प्रकाश जी ने अमिताभ बच्चन को लेकर कहा था- ओह, यूसुफ जान, मैं एक यंग लड़के से मिलकर हैरान रह गया. मैंने अपने करियर में पहली बार ऐसा एक्टर देखा है, जिसकी आंखों में वही गहराई है जो मुझे आपकी आंखों में दिखती है.’ इसके बाद, साहिब और अमित जी एक-दूसरे की तारीफ करने लगे. (फोटो साभार: Instagram@sairabanu) सायरा बानो आगे लिखती हैं, ‘अमित जी कहते थे कि साहिब एक बहुत उम्दा इंसान थे. वे हर किसी के साथ पिता तुल्य बर्ताव करते थे जो उनसे मार्गदर्शन लेने आते थे. एक दिन देर रात, लेखक जोड़ी सलीम-जावेद ने अमिताभ बच्चन को बिना किसी अपॉइंटमेंट के साहिब से मिलने के लिए कहा. अमित जी तैयार नहीं थे, पर आखिरकार तीनों घर आ पहुंचे.’ (फोटो साभार: Instagram@sairabanu) अमिताभ जब सलीम-जावेद के साथ दिलीप कुमार के बंगले पहुंचे, तो चौकीदार ने उन्हें बताया कि साहिब सो रहे हैं. बिग बी ने उन्हें चलने के लिए कहा, लेकिन फिर उन्होंने चौकीदार से कहा कि साहिब से कह दो कि उनके दोस्त मिलने आए हैं. अगले ही पल, लिविंग रूम की लाइट जल गई. साहिब आधी नींद में मुस्कुराते हुए नीचे आए. उन्होंने तीनों का स्वागत किया और उन्हें सुबह के 4 बजे तक पुराने किस्से सुनाते रहे. (फोटो साभार: Instagram@sairabanu) सायरा फिर कहती हैं, ‘अमिताभ ने एक बार कहा था कि भारतीय सिनेमा दिलीप कुमार से पहले और बाद का है. साहिब अमिताभ बच्चन के काम की निजी और सामुहिक तौर पर तारीफ करते थे. ब्लैक के प्रीमियर पर, वे थियेटर के बाहर अमित जी का इंतजार कर रहे थे. साहिब उनके पास पहुंचे और जिंदादिली से उनका हाथ थामा और उनकी आंखों में देखते रहे.’ (फोटो साभार: Instagram@sairabanu)

अमिताभ बच्चन ने उस मुलाकात को लेकर कहा था कि मैंने एक शब्द नहीं बोला, लेकिन उनकी आंखों ने मुझसे जो कहा, वह कभी किसी ने नहीं कहा था. सायरा बानो ने बताया कि जब भी साहिब लीलावती हॉस्पिटल में एडमिट होते थे, तब अमिताभ शूटिंग के बाद उनसे मिलने आते थे. साहिब को उनकी मौजूदगी पसंद थी और वे जल्दी घर लौट आते थे. दिलीप कुमार ने 7 जुलाई 2021 को आखिरी सांसें ली थीं. वे तब 98 साल के थे.  (फोटो साभार: Instagram@sairabanu)

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