यहां मिलती है स्पेशल पंढरपुरी मसाला चाय, खास मसालों से की जाती हैं तैयार, यह है लोकेशन
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अरशद खान/देहरादून: राजधानी देहरादून में स्थित पंढरपुरी चाय कैफे अपने स्वाद के लिए काफी फेमस है. यहां पर महाराष्ट्र के स्पेशल पंढरपुरी मसालों से भरपूर चाय का लुफ्त उठा सकते है. यदि आप इस चाय का स्वाद लेना चाहते हैं, तो आपको यहां जरूर आना चाहिए. दून में महाराष्ट्र की चाय की मिसाल गिनी-चुनी जगहों पर मिलती है, और इसमें से एक है पंढरपुरी कैफे. यहां पर आपको स्पेशल महाराष्ट्र के पंढरपुरी मसालों से लाई गई चाय का मौका मिलेगा.
यह महाराष्ट्र की पंढरपुरी चाय देहरादून के चकराता रोड पर यमुना कॉलोनी चौक पर स्थित पंढरपुरी कैफे में मिलती है. राजधानी के लोग यहां आकर इस चाय का भरपूर आनंद ले रहे हैं. कहा जाता है कि महाराष्ट्र की स्पेशल पंढरपुरी चाय शुगर और डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है, इसलिए इस चाय का आसानी से आनंद लिया जा सकता है.
दुकान के ओनर नरेंद्र तिवारी बताते हैं कि महाराष्ट्र के पुणे में एक ऐसी जगह है जिसका नाम पंढरपुर है, जो अपने मसालों के लिए प्रसिद्ध है. उन्होंने वहां की विशेष चाय का स्वाद चखा और फिर उन्होंने देहरादून के लोगों को पंढरपुर चाय का स्वाद चखाने का निर्णय लिया. उनकी जानकारी के अनुसार, पंढरपुर चाय की डिमांड बहुत ज्यादा है. पंढरपुर चाय के प्रति लोगों की दीवानगी इतनी ज्यादा है कि लोग स्विगी जोमैटो पर भी इसका ऑर्डर दे रहे हैं. उन्होंने बताया कि देहरादून में चाय की संस्कृति अनूठी है, युवा लोग शहर में विभिन्न स्वादिष्ट फ्लेवर्ड चाय का आनंद लेने के लिए घूमते हैं. इसलिए उन्होंने महाराष्ट्र के पुणे से पंढरपुर चाय का स्वाद देहरादून तक पहुंचाने का निर्णय लिया. उनके कैफे में पंढरपुर विशेष चाय के साथ-साथ विभिन्न प्रकार के परांठे भी उपलब्ध हैं, और चाइनीज फास्ट फूड में बर्गर, चाऊमीन, मोमो, पिज़्ज़ा, पास्ता आदि भी हैं. उन्होंने बताया कि कैफे की शुरुआत से ही पंढरपुर चाय के प्रति प्रतिक्रिया अच्छी है, पहले ही दिन से लोग उनके व्यंजनों का आनंद ले रहे हैं.
ऐसे तैयार की जाती है स्पेशल चाय
पंढरपुरी चाय बनाने के लिए महाराष्ट्र से आने वाले मसालों का उपयोग किया जाता है. इन मसालों को दूध में मिलाकर केवल 8 मिनट तक उबाला जाता है, जिससे उनके स्वाद और खुशबू चाय में मिल जाते हैं. इसके बाद उबाले गए मिश्रण का घोल तैयार हो जाता है. चाय में मसालों के अलावा कोई और पदार्थ जैसे कि चीनी, चाय पत्तियां आदि नहीं डाली जाती है. सिर्फ महाराष्ट्र से आने वाले मसालों का ही उपयोग किया जाता है. इसके बाद, इस उबाले गए मिश्रण का पंढरपुरी चाय के रूप में उपयोग किया जाता है, और लोग इसका आनंद उठा सकते हैं. इस चाय की खासियत है कि इसका सेवन करने से थकान और गैस की समस्या नहीं होती है, और अगर इसे अधिक सेवन किया जाए तो शरीर को कोई भी हानि नहीं होती है.
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FIRST PUBLISHED : September 01, 2023, 10:17 IST
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