फल चूसक कीट से हैं परेशान, तो इस घरेलू नुस्खे के आगे दवाई है फेल, कीड़ो से मिलेगा छूटकारा, शानदार होगा उत्पादन
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दीपक कुमार/बांका: किसान बड़े अरमानों के साथ खेतों में फसल लगाते हैं. बेहतर पैदावार के लिए हर तरह का जतन करते हैं. लेकिन, फसल में कीट लग जाने से इनके अरमानों पर पानी फिर जाता है. फसल में कीट लग जाने से किसानों को भारी नुकसान सहना पड़ता है. फसलों में लगने वाले फल चूसक कीट हमेशा से किसानों के लिए परेशानी का सबब रहा है. फसल में यदि फल चूसक कीट लग जाए तो किसान को परेशान होने की जरूरत नहीं है. घरेलू उपचार के जरिए इस कीट से निजात पा सकते हैं. पौधा संरक्षण पर्यवेक्षक कुमार बसंत नारायण सिंह ने बताया कि फसलों या पौधों में लगने वाला फल चूसक कीट अक्सर किसानों के लिए परेशानी का कारण बन जाता है किसान घरेलू नुस्खे से फसलों में लगने वाले कीटों से निजात पा सकते हैं.
नारायण सिंह ने बताया कि 3 किलो हरी मिर्च को कूच कर 10 लीटर पानी में 24 घंटे तक भींगने के लिए छोड़ दें. इसके बाद 250 ग्राम लहसुन को कूच कर 250 ग्राम मिट्टी के तेल में 24 घंटे तक घुलने के लिए छोड़ दें. इसके बाद एक कपड़ा धोने वाले साबुन को 1 लीटर पानी में 24 घंटे तक छोड़ दें. वहीं, 24 घंटे के बाद तीनों सामग्री को अच्छे कपड़े से छान कर एक टब में रख लें. उसके बाद तैयार हुए 11 लीटर लिक्विड से 1 लीटर लिक्विड निकालकर 8 लीटर शुद्ध पानी में मिलाकर आप अपने फसलों में छिड़काव कर सकते हैं. यह एक घरेलू नुस्खा है. इससे काफी हद तक आपकी फसलों में लगने वाले कीटों से राहत मिलेगी.
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घरेलू उपचार से कीटों का सफाया
नारायण सिंह ने बताया कि किसान काफी कम कीमत पर बेहतरीन दवा तैयार कर सकते हैं. वहीं, रासायनिक छिड़काव करने में किसान अधिक खर्च के चक्कर में पड़ जाते हैं. इस घरेलू उपचार से फसलों में किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है. साथ ही मानव के लिए फसल काफी लाभप्रद होती है और इससे फल काफी चमकदार और बेहतर उत्पादन होता है. घरेलू नुस्खे से बने लिक्विड या दवाई को एक महीने तक आप संरक्षित कर रख सकते हैं. इसको छायादार जगह पर रखना होता है. यह दवा एक महीने तक उपयोग करने के लायक रहती है. आप फसलों पर आवश्यकता अनुसार छिड़काव कर सकते हैं. 15 दिनों में छिड़काव करने पर फसल को अधिक फायदा होता है तैयार लिक्विड लगभग 11 लीटर का होता है और इससे 88 लीटर तक दवा तैयार कर सकते हैं. 1 लीटर लिक्विड में 8 लीटर शुद्ध पानी मिलाकर दवाई तैयार की जाती है.
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Tags: Agriculture, Banka News, Bihar News, Local18
FIRST PUBLISHED : April 2, 2024, 13:00 IST
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