निकाय टिकट की लड़ाई में सपा विधायक ने सुपारी देकर हमला कराया, केस दर्ज

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MLA ata ur Rehman निकाय टिकट की लड़ाई में सपा विधायक ने सुपारी देकर हमला कराया, केस दर्ज

रिपोर्ट – प्रशांत कुमार

बरेली. उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में सपा के प्रदेश महासचिव और बहेड़ी विधायक अता उर रहमान समेत पांच लोगों के विरुद्ध घर में घुसकर हमला और धमकाने का मामला दर्ज किया गया है. यह मामला नगरीय निकाय चुनाव के दौरान टिकट को लेकर हुए विवाद को लेकर है. पूरे मामले को लेकर सपा विधायक की सफाई भी सामने आई है. उनका कहना है कि राजनीतिक द्वेष में झूठी एफआईआर लिखाई गई है.

बहेड़ी निवासी नसीम अहमद की पत्नी फौजुल अजीम ने सपा से अध्यक्ष पद के टिकट की दावेदारी की थी. पहले उनका नाम फाइनल हुआ था बाद में फिर एक अन्य प्रत्याशी को टिकट दे दिया गया था. सपा से टिकट कटने पर फौजुल ने बसपा के टिकट पर चुनाव लड़ा. फौजुल के पति नसीम ने पुलिस को बताया कि निकाय चुनाव के दौरान वह अपनी पत्नी के लिए वोट मांगने क्षेत्र में निकले थे, तभी शहजाद और तारिक ने घर में घुसकर हमला कर दिया था. उस समय घर में उपस्थित कुछ समर्थकों ने शहजाद को तमंचे समेत पकड़ लिया जबकि तारिक फरार हो गया थार. पूछताछ में आरोपी शहजाद ने स्वीकारा था कि सपा विधायक अता उर रहमान और निकाय चुनाव प्रत्याशी (अब पूर्व प्रत्याशी) अंजुम रशीद ने सुपारी दी थी.

वीडियो में रिकॉर्ड कर लिया सुपारी देने का बयान
शहजाद ने स्वीकार किया था कि इमरान ने सुपारी के रुपये दिलाए हैं. पीड़ित के अनुसार, पूछताछ का वीडियो उनके पास है. नसीम का कहना है कि वह उसी समय कार्रवाई करना चाहता था मगर, कुछ लोगों ने बीच-बचाव कर तब मामला रफा-दफा करवा दिया था. बाद में आरोपित दोबारा धमकाने लगे. खुद को खतरा महसूस होने पर आइजी डॉ. राकेश सिंह से शिकायत की थी. उनके निर्देश पर बहेड़ी थाने में सपा के प्रदेश महासचिव एवं विधायक अता उर रहमान, शहजाद, तारिक लाड़ी, अंजुम रशीद और इमरान अकेला के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया है.

पेन ड्राइव में दिए गए हैं सबूत, जांच करेंगे
वहीं बरेली के एसपी आरए राजकुमार अग्रवाल ने बताया कि पीड़ित पक्ष ने पूरे घटनाक्रम का वीडियो एक पेन ड्राइव में दिया है. जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उनके आधार पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल विधायक सहित पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में विधायक अता उर रहमान का कहना है कि निकाय चुनाव के समय का घटनाक्रम बताया जा रहा है लेकिन उस समय किसी प्रकार की शिकायत नहीं हुई थी. अचानक इस तरह के आरोप से स्थिति साफ है कि झूठे आरोप लगाए गए. इसमें निष्पक्ष जांच होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा.

Tags: UP news

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