झारखंड के इस IPS अफसर को मिलेगा राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार, माओवादियों से की थी मुठभेड़

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पलामू: झारखंड के गढ़वा पुलिस कप्तान दीपक पांडेय को स्वतंत्रता दिवस 2024 के मौके पर केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. झारखंड के सात पुलिस जवानों को राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा, इस लिस्ट में सबसे पहला नाम झारखंड के गढ़वा जिले के पुलिस कप्तान दीपक पांडेय का है. इनके अलावा छह पुलिस कर्मियों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जाएगा.

माओवादियों से मुठभेड़ में मिली थी सफलता
गढ़वा एसपी आईपीएस दीपक पांडेय ने Local 18 को बताया कि इस पुरस्कार से बेहद प्रसन्न हैं. यह बहुत ही गौरव का क्षण है. बताया कि उनके बेहतर कार्य के लिए गृह मंत्रालय द्वारा राष्ट्रपति वीरता पुरस्कार के लिए उनको नामित किया गया है. यह पुरस्कार उन्हें वर्ष 2022 के कार्यों के लिए दिया जा रहा है. जब वह लोहरदगा में एएसपी अभियान के तौर पर पदस्थापित थे. उस दौरान माओवादियों से हुई मुठभेड़ में सफलता मिली थी.

मार गिराया था जोनल कमांडर
आगे बताया कि 29 दिसंबर 2022 को उन्हें गुप्त सूचना मिली थी. पता चला की भाकपा माओवादियों का एक दस्ता लोहरदगा जिले के बुगड़ू थाना क्षेत्र के कोरगो के जंगल में ठिकाना बनाए हुए है. इसके बाद गुप्त सूचना के आधार पर एएसपी अभियान के नेतृत्व में जिला पुलिस बल और सीआरपीफ के साथ भाकपा माओवादी रविंद्र गझु के दस्ते के साथ मुठभेड़ हुई थी. इस दौरान सब ज़ोनल कमांडर चंद्रभान पाहन की मुठभेड़ में मौत हो गई, जबकि दूसरा सबजोनल कमांडर गोविंद ब्रिजिया गिरफ्तार कर लिया गया था.

इन्हें भी मिल रहा सम्मान
बता दें कि इस मुठभेड़ में शामिल पुलिसकर्मियों को भी वीरता पुरस्कार दिया जा रहा है. इसमें गढ़वा एसपी दीपक कुमार पांडे के अलावा विश्वजीत कुमार सिंह (सब इंस्पेक्टर), सच्चिदानंद सिंह (एएसआई), उमेश सिंह (हवलदार), सुभाष दास (कांस्टेबल), रवींद्र टोप्पो (कांस्टेबल), गोपाल गंझू (कांस्टेबल) के नाम हैं.

Tags: 15 August, Independence day, Jharkhand Police, Local18, Palamu news

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