जोधपुर के मेड़ती इलाके में स्थित है गोकुल वैली ऑफ फ्लावर, यहां 11 हजार पौधों में हैं 500 किस्म की वैरायटी

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3134435 HYP 0 FEATUREIMG 20230628 WA0144 जोधपुर के मेड़ती इलाके में स्थित है गोकुल वैली ऑफ फ्लावर, यहां 11 हजार पौधों में हैं 500 किस्म की वैरायटी

पुनीत माथुर/जोधपुर. पश्चिमी राजस्थान के रेतीले धोरों का प्रवेश द्वार जोधपुर तापमान 40 से 45 डिग्री के बीच हैं. गर्मी से बचने के लिए लोग आवश्यकता होने पर ही घर से निकलते हैं. लेकिन जोधपुर के बीचो बीच एक ऐसी जगह है जहां जाने के बाद आपको ऐसा लगेगा मानो आप किसी पहाड़ी पर्यटन स्थल या फिर विदेश में है. चलिए आपको लिए चलते हैं जोधपुर के मेड़ती गेट इलाके में स्थित गोकुल वैली ऑफ फ्लावर जहां का नज़ारा काफी खास है.

घर में ही बना दिया शानदार गार्डन
जोधपुर के मेड़ती के इलाके में स्थित है वह गोकुल वैली ऑफ फ्लावर. यकीन मानिए कि घर में यह शानदार गार्डन बना है और इस गार्डन में 11000 पौधे लगे हैं. जहां तक बात वैरायटी की करें तो यहां 400 से 500 किस्म के पौधे इस गार्डन मे लगे है. पहाड़ी इलाकों में उगने वाले पौधे हो या मैदानी इलाकों में पौधे यहां लगाए गए है.

इस गार्डन के मालिक रविंद्र काबरा का कहना है कि उनके दादा ने इस काम को शुरू किया और अब वो पिछले 56 सालों से इस गार्डन के लिए काम कर रहे है.सुबह 5 बजेउठ कर दोपहर 1:00 बजे तक इस गार्डन की देखरेख करते है. वे बताते हैं कि उन्हें इन पौधों से प्यार है. वो ऐसा महसूस करते हैं कि वो जब इन पौधों से दूर जाते हैं तो पौधे उदास होते हैं.

पौधों ने सिखाई जीवन जीने की कला
एक समय ऐसा भी आया जब वह डिप्रेशन में आ गए थे, जीवन जीने की इच्छा समाप्त हो गई थी. 3 साल तक डिप्रेशन में रहे लेकिन उसके बाद उन्होंने इन पौधों पर अपना ध्यान केंद्रित किया और अब वह इनकी देखरेख कर रहे है. काबरा बताते हैकि वह जब फ्री होते हैं तो इन पौधों को संगीत भी सुनाते है.उन्हें ऐसे लगता है कि जैसे ये पौधे उनके परिवार के सदस्य हैं.

इन प्रजातियों के लगा रखे हैं पौधे
रवींद्र के गार्डन में हर मौसम में खिलने वाले फूल पाये जाते हैं.यहां हॉलैंड के ट्यूलिप के अलावा 250 प्रजातियों के गुलाब के फूल अलग-अलग रंगों में, अडेनियम, लीलियम, आइरिस, हाइड्रेन्जिया, एजेलिया, हेलोकॉर्निया, डेफोडिल्स, ऑर्किड, कार्नेशन, डोम्बिया व बोगनवेलिया सहित कई देशी-विदेशी प्रजातियां है.इनके अलावा, खुशबू वाले पौधों में स्वर्णचंपा, हरा चम्पा, जूही, चमेली, मोगरा औरऔषधीय पौधों में दालचीनी, तेजपता, लौंग, पीपरमेंट तुलसी सहित कई प्रजातियां है.

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