घर में खड़ी थी बाइक, पटना में कट गया ऑनलाइन चालान, जानें कैसे हो रहा यह फर्जीवाड़ा-Bike was parked at home, online challan was issued in Patna, know how this fraud is happening

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मुजफ्फरपुर. बिहार में आजकल ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों का धड़ल्ले से चालान कट रहा है. आनलाइन चालान के चलते कई खामियां भी देखने को मिलती हैं, आज कल उच्चके और बदमाश किसी भी गाडी के नंबर को कॉपी कर लेते है और उसको अपने गाड़ी पर लगा कर ट्रैफिक नियमों का उलंघन करते है लेकिन चालान का मैसेज गाड़ी नंबर के मालिक के फोन पर आता है. ऐसे कई मामले बिहार के अन्य जिलों के साथ साथ मुजफ्फरपुर से भी सामने आया है.

पहली घटना एक निजी दवा कंपनी में कार्यरत शहर के अहियापुर के आदर्श ग्राम निवासी विजय प्रसाद के साथ हुई दरअसल उनके पास दरभंगा नंबर की अपाचे बाइक है. बीते 8 अगस्त को उनकी बाइक घर में लगी थी. लेकिन, उसका चालान पटना में बेऊर जेल के पास कट गया. जिससे वह हैरान हो गए इसके बाद उन्होंने पटना के ट्रैफिक थाने में आवेदन देकर शिकायत की. वहां से लौटने के बाद मंगलवार को अहियापुर थाने में आवेदन दिया की उन्होंने उस नंबर प्लेट का आपराधिक घटना में इस्तेमाल होने की आशंका जाहिर की है. ऐसे कई मामले प्रकाश में आए हैं कि जिनमें वाहनों के ई-चालान कट गए हैं, पर चालान पर फोटो किसी दूसरे वाहन का है.

आशंका है कि कुछ वाहन चालक फर्जी नंबर प्लेट लगाकर वाहन चला रहे हैं और इसका खामियाजा असली वाहन मालिक को भुगतना पड़ रहा है. ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कर फर्राटा भरने वाले वाहनों के खिलाफ ऑनलाइन ई-चालान कटने के बाद से कई दोपहिया व चारपहिया वाहन चालक सीसीटीवी कैमरे को धोखा देने और जुर्माना से बचने की जुगत लगा रहे हैं. गाड़ियों पर फर्जी नंबर प्लेट लगा रहे हैं. इधर, पुलिस को भी आशंका है कि किसी आपराधिक घटना को अंजाम देने के बाद पुलिस की आंख में धूल झोंकने के लिए फर्जी नंबर प्लेट का इस्तेमाल हो रहा है.

ऐसी घटना लागतार प्रकाश में आ रही हैं इसको लेकर मुजफ्फरपुर के ट्रैफिक डीएसपी नीलाभ कृष्ण ने लोकल 18 को बताया की इस तरह की घटना किसी वाहन मालिक के साथ हो रही है तो वह मेरे कार्यालय में चालान का कॉपी लगाकर आवेदन दें. छानबीन कर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही उन्होंने यह खास निर्देश दिया है की वाहन का चालान कटने के 90 दिनों में जुर्माना की राशि जमा नहीं की जाती है तो गाड़ी के रजिस्ट्रेशन को सस्पेंड कर दिया जाता है. चालान कटने के 45 दिन बाद वाहन मालिक के मोबाइल पर रिमाइंडर किया जाता है. इसके बाद भी चालान नहीं भरने पर पर रजिस्ट्रेशन को सस्पेंड कर दिया जाता है.

Tags: Bihar News, Local18, Muzaffarpur news

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