कोरोना के बाद खूब बढ़े प्रॉपर्टी के दाम, अब आगे क्या होगा, 60 लाख के मकान के मिल जाएंगे एक करोड़, ये मत सोचना

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हाइलाइट्स

एक्सपर्ट ने कहा- अल्प से मध्यम अवधि प्रॉपर्टी की कीमतों में सामान्य वृद्धि की उम्मीद है. भारत में आवासीय मांग 2013-2014 से लेकर 2019 तक काफी कम रही.कोरोना काल के बाद प्रॉपर्टी की कीमतें 40-70 प्रतिशत तक की तेजी से बढ़ी हैं.

नई दिल्ली. अगर आप बेहतर रिटर्न के लिए प्रॉपर्टी में इन्वेस्टमेंट करने का मन बना रहे हैं तो पहले संभावित रिटर्न के बारे में जरूर सोच लें. जमीन और प्रॉपर्टी की आसमान छूती कीमतों को देखकर हर आदमी को लग रहा है कि आने वाले समय में आवासीय संपत्ति के भाव और बढ़ेंगे, लेकिन आपकी इस उम्मीद को झटका लग सकता है क्योंकि एक्सपर्ट ऐसा नहीं मानते हैं. दरअसल कुशमैन एंड वेकफील्ड इंडिया के प्रमुख अंशुल जैन ने कहा कि कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद मांग में वृद्धि के कारण पिछले 2 वर्षों में आवासीय कीमतों के तेजी से बढ़ने के बाद अल्प से मध्यम अवधि इनके नाममात्र वृद्धि की उम्मीद है.

कुशमैन एंड वेकफील्ड के भारत व दक्षिण पूर्व एशिया के मुख्य कार्यकारी एवं एशिया पैसिफिक टेनेंट रिप्रेजेंटेशन के प्रमुख जैन ने ‘पीटीआई’ को दिए इंटरव्यू में कहा कि उच्च आर्थिक वृद्धि और उपभोक्ताओं, खासकर युवा आबादी में मकान खरीदने की बढ़ती इच्छा को देखते हुए आवासीय मांग मजबूत बनी रहेगी.

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2019 के बाद तेजी से बढ़ी मांग

जैन ने कहा, ‘‘ भारत में आवासीय मांग 2013-2014 से लेकर 2019 तक काफी कम रही. इस समय कीमतें स्थिर थीं. उस समय एक चलन था जब लोग खासकर युवा कुछ भी नहीं खरीदना चाहते थे. हम आवासीय क्षेत्र के ‘उबराइजेशन’ के बारे में बात कर रहे हैं जहां लोग किराए पर रहना चाहते थे और कोई कमिटमेंट नहीं चाहते थे.’’ उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी ने लोगों की सोच को बदला.

जैन ने कहा, ‘‘लोगों को अपना मकान होने से जीवन में आने वाली स्थिरता का एहसास हुआ…’’ उन्होंने कहा कि मांग के कारण आवासीय बिक्री और कीमतें बढ़ीं. संपत्ति सलाहकारों और रियल एस्टेट डेटा कंपनियों की विभिन्न बाजार रिपोर्ट के अनुसार, भारत का आवासीय बाजार कोविड-19 वैश्विक महामारी के बाद तेजी से पुनर्जीवित हुआ है. हालांकि, पिछले दो कैलेंडर वर्षों में कई सूक्ष्म बाजारों में कीमतें 40-70 प्रतिशत तक तेजी से बढ़ी हैं.

(भाषा से इनपुट के साथ)

Tags: Business news, Indian real estate sector, Property investment, Property market

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