कुमाऊंनी होली की विधाओं का संरक्षण कर रहे नैनीताल के जहूर आलम, महिलाओं को भी दिया मंच
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तनुज पाण्डे/ नैनीताल. देशभर में रंगों के पर्व होली की धूम है. देश के हर हिस्से में सभी धर्मों के लोग हर्षोल्लास से होली के पर्व को मनाते हैं, लेकिन हमारे समाज में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनके काम समाज को सही दिशा है. आज हम आपको ऐसे व्यक्ति से मिलवाने जा रहे हैं, जिन्होंने धर्म के बंधन से मुक्त होकर मानवता के लिए काम किया और देवभूमि की संस्कृति के संरक्षण के लिए निरंतर काम कर रहे हैं. हम बात कर रहे हैं देवभूमि उत्तराखंड के नैनीताल निवासी रंगकर्मी जहूर आलम की, जो पिछले 28 सालों से नैनीताल में निरंतर खड़ी होली, बैठकी होली समेत तमाम होली की विधाओं का आयोजन करवा रहे हैं. समाज के प्रति किए गए कार्यों के कारण उन्हें राष्ट्रपति से पुरस्कार भी मिल चुका है.
लोकल 18 से खास बातचीत में रंगकर्मी जहूर आलम ने बताया कि कुमाऊं की संस्कृति और इतिहास बेहद गौरवशाली रहा है. अपनी संस्कृति को बचाने के लिए हर कुमाऊंनी को काम करना चाहिए. उनकी संस्था ‘युगमंच’ पिछले 28 सालों से नैनीताल में कुमाऊंनी होली का आयोजन करते आ रही है. कुमाऊं में होली की शुरुआत दिसंबर माह से निर्वाण की होली से हो जाती है, जो मार्च के महीने में टीके के पर्व तक चलती है. उनके द्वारा नैनीताल में पूरे कुमाऊं से होली की टीमों को बुलाया जाता है. इन टीमों द्वारा होली के दौरान नैनीताल के नयना देवी मंदिर समेत विभिन्न स्थानों में होली गायन किया जाता है.
महिलाओं को दिया मौका
जहूर आलम बताते हैं कि 28 साल पहले कुमाऊं की महिलाएं कभी सांस्कृतिक मंचों में नहीं जाती थी और न ही किसी सांस्कृतिक आयोजनों में भाग लेती थी. उनके और उनकी संस्था के प्रयासों से महिलाओं को सांस्कृतिक मंचों में बुलाया गया. आज नैनीताल में महिलाएं होली गायन को बढ़ावा दे रही हैं.
राष्ट्रपति से मिला संगीत अकादमी पुरस्कार
रंगकर्मी जहूर आलम को उनके संस्कृति के प्रति किए गए कार्यों और रंगमंच और निर्देशन के क्षेत्र में दिए गए गए अपने अहम योगदान के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार भी दिया गया है. उन्होंने बताया कि कुमाऊं में काम करते हुए पहली बार यह पुरस्कार दिया गया है. इस पुरस्कार के मिलने के बाद उनके कंधों पर और तेजी से काम करने की जिम्मेदारी आ चुकी है.
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Tags: Local18, Nainital news, Uttarakhand news
FIRST PUBLISHED : March 23, 2024, 23:58 IST
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