किंग खान ने वसीम बरेलवी को फोन कर मांगी ये परमिशन, जवाब सुनकर ट्वीट पर दिया रिएक्शन
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शानू कुमार/ बरेली. किंग ऑफ रोमांस शाहरुख खान ने अपनी आगामी फिल्म जवान को लेकर मशूहर शायर वसीम बरेलवी से बात की, जानकारी के अनुसार ये बात 10 मिनट से भी ज्यादा चली. बता दें कि शाहरुख अपनी आगामी फिल्म जवान के एक गाने की शुरुआत में उनका एक शेर पढ़ना चाहते हैं, मगर एक शब्द के बदलाव के साथ. जिसको लेकर उन्होंने वसीम बरेलवी से गुजारिश की यह भी कहा कि उनकी फिल्म के लिए यह बहुत जरूरी है तो वसीम बरेलवी ने इजाजत दे दी.
शाहरुख खान ने ट्विटर के ज़रिए वसीम बरेलवी साहब का शुक्रिया भी किया है,वसीम बरेलवी का मशहूर शेर है कि ‘उसूलों पे जहां आंच आये टकराना जरूरी है, जो जिन्दा हों तो फिर जिन्दा नजर आना जरूरी है, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार इस शेर को शाहरुख खान की आने वाली फिल्म के गाने की शुरुआत में डाला गया है. बदलाव के साथ अब वह इस तरह है कि ‘उसूलों पर जहां आंच आये टकराना जरूरी है, बंदा जिंदा हो तो जिंदा नजर आना जरूरी है, बंदा हो तो जिंदा हो. शाहरुख की काफी गुजारिश के बाग बरेलवी ने उनकी बात मान ली है.
क्या होगा शेर में बदलाव
सुपरस्टार शाहरुख खान की आने वाली फिल्म “जवान” में ये शेर कुछ इस तरह से बदलकर किया जाएगा इस्तेमाल. “उसूलों पर जहां आंच आए, टकराना ज़रूरी है, बंदा ज़िंदा हो तो ज़िंदा नज़र आना ज़रूरी है, बंदा हो तो जिंदा हो\” शेर के यही बदलाव के लिए शाहरुख खान ने मशहूर शायर वसीम बरेलवी को फोन कर गुजारिश की थी.
ट्विटर पर किया सुपरस्टार ने शुक्रिया अदा
बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान ने वसीम बरेलवी से शेर की इजाज़त मिलने के बाद ट्वीट कर शुक्रिया अदा किया और ट्वीट करते हुए लिखा “तह दिल से आपका शुक्रिया वसीम बरेलवी साहब जो आपने हमें अपने इस मुकम्मल शेर को इस्तेमाल करने और इसके साथ थोड़ी गुस्ताखी करने की इजाज़त दी “
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Tags: Bareilly Big News, Local18, Shah rukh khan
FIRST PUBLISHED : August 01, 2023, 13:38 IST
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