एनएच 64 पर गुजरते हुए दांडी मार्च की आएगी याद, डीएफसीसी की अच्छी पहल
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नई दिल्ली. अगली बार जब आप गुजरात में एनएच 64 भरूच जिले के दांडी पथ से गुजरेंगे तो आपको दांडी मार्च की याद जरूर आ जाएगी. डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसीसी) द्वारा अच्छी पहल की गयी है. हाईवे पर डीएफसीसी क्रास करता है. इसी ब्रिज पर दांडी मार्च से जुड़ी यादों को तरोताजा किया जाएगा.
रेलवे के अनुसार इस ऐतिहासिक दांडी पथ की पहचान को बेहतर ढंग से बनाये रखने के लिये मुख्य महाप्रबंधक वडोदरा डीएफसीसीआईएल ने एक रूप रेखा तैयार की और उसके अनुसार डीएफसीसीआईएल के ब्रिज संख्या आरएफओ 76 काम भी कराए गए.
दांडी मार्च का ब्रिज की दीवारों पर ब्लैक एंड वाइट शैली में चित्रण किया गया है. दांडी मार्च का इस ब्रिज विशेष से गुजरने के दिन विशेष 26 मार्च 1930 के घटना क्रम का वर्णन किया गया है. स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान बापू द्वारा उपयोग में लाया गया और राष्ट्रीय गौरव की एक शक्तिशाली अभिव्यक्ति का प्रतीक “चरखे” की तीन चित्र ब्रिज की दीवारों पर बनाए गए हैं. बापू के प्रिय गीत “रघुपति राघव राजाराम” की प्रथम पंक्ति का डिस्प्ले किया गया है. इसके अलावा डीएफसीसीआईएल के प्रतीक चिन्ह के साथ भारत के प्रधानमंत्री और रेल मंत्री द्वारा डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर के बारे संबोधन भी लिखा गया है.
भारतीय रेलवे,
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Tags: Dedicated Freight Corridor, Indian railway
FIRST PUBLISHED : October 4, 2023, 20:21 IST
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