आज है भूतड़ी अमावस्या, 2024 है शनि का साल, ये 3 विशेष दान कर पा लें पितृ दोष से मुक्ति
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Somvati Amavasya 2024: आज हिंदु पंचाग के अनुसार साल की आखिरी अमावस्या है. अमावस्या, सोमवार के दिन आना बहुत ही अद्भुद संयोग माना जाता है और इसीलिए आज की अमावस्या को ‘सोमवती अमावस्या’ कहा जाता है. साल 2024 शनि का साल है और शनि का नंबर अंकज्योतिश के अनुसार 8वां ही होता है. आज 8 अप्रैल के दिन चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की आखिरी अमावस्या है. इस अमावस्या को भूतड़ी अमावस्या भी कहते हैं. इसकी वजह है कि इस अमावस्या का संबंध हमारे पूर्वजों से होता है. ये अमावस्या बहुत अहम है क्योंकि आज ही के दिन 52 सालों बाद पूर्ण सूर्यग्रहण भी लग रहा है. ज्योतिष व वास्तु विशेषज्ञ और दस महाविद्या के गुरू, मृगेंद्र चौधरी बता रहे हैं कि आज के दिन आप अपने पितरों के तरपण के लिए क्या-क्या दान करें.
भारतीय समय के अनुसार आज का सूर्य ग्रहण 8 अप्रैल को रात 9 बजकर 12 मिनट से शुरू हो जाएगा जो रात के करीब 2 बजकर 22 मिनट पर खत्म होगा. भूतड़ी अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण का संयोग बनना कई कठिन परिस्थितियों को पैदा कर सकता है. ज्योतिष व वास्तु विशेषज्ञ और दस महाविद्या के गुरू, मृगेंद्र चौधरी बताते हैं कि सोमवती अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण पड़ना एक अनोखा संयोग है. भूतड़ी अमावस्या को वैसे ही इस तरह की नकारात्मक शक्तियां बहुत उग्र होती हैं, पर इसी दिन सूर्य ग्रहण भी पड़ रहा है. भूतड़ी अमावस्या को जिन्हें भी लगता है कि उनके पितृ खुश नहीं हैं, उन्हें पितरों के तरपण के लिए ये दान करने चाहिए.

भूतड़ी अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण का भी संयोग बन रहा है.
पितरों के लिए करें दान
भूतड़ी अमावस्या पर आपको पितृों की प्रसन्नता के लिए दान पुण्य जरूर करना चाहिए.
गंगा नदी में स्नान जरूर करना चाहिए
आपको अपने पितरों के नाम पर कपड़े व चप्पल का दान करना चाहिए.
उनकी पसंद की मिठाई आदि का दान भी करना चाहिए.
विष्णु कवच का 108 बार पाठ करना चाहिए.
देवी कवच का भी 108 बार पाठ करना चाहिए.
गरुण पुराण का भी पाठ करना चाहिए.
इसके अलावा दिन में दान पुण्य करना चाहिए.
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Tags: Astrology, Dharma Aastha
FIRST PUBLISHED : April 8, 2024, 12:20 IST
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