अभी तक नहीं किया तर्पण, पितृ पक्ष में तुलसी के पास रखें ये 1 चीज, नहीं करना पड़ेगा पिंडदान

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Shraddh Upay अभी तक नहीं किया तर्पण, पितृ पक्ष में तुलसी के पास रखें ये 1 चीज, नहीं करना पड़ेगा पिंडदान

हाइलाइट्स

सोलह श्राद्ध में हमारे पूर्वज पृथ्वी पर आते हैं.
पितृ पक्ष में पितरों के तर्पण, श्राद्ध और पिंडदान की परंपरा चली आ रही है.

Pitru Paksha Upay 2023 : सनातन धर्म में पितृपक्ष को विशेष महत्व दिया जाता है. पितृपक्ष के महीने में पितरों की आत्मा की शांति और मोक्ष के लिए उनका श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करने का परम्परा लंबे समय से चली आ रही है. मान्यताओं के अनुसार पितृपक्ष में पितरों का श्राद्ध करने से हमारे पूर्वज प्रसन्न होते हैं, और सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. पितृपक्ष के दौरान बहुत से लोग अपने पितरों को प्रसन्न करने के लिए कई तरह के उपाय करते हैं. इनमें तुलसी संबंधित एक उपाय है. तुलसी से जुड़ा उपाय करने से पितरों का तर्पण श्राद्ध के बराबर फल प्राप्त होता है. भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु विशेषज्ञ पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा बता रहे हैं, तुलसी के पास किन चीजों को चढ़ाने से श्राद्ध करने के बराबर फल प्राप्त होता है.

किस तिथि से शुरु होते हैं पितृ पक्ष
पितृपक्ष एक तरफ से पितरों को सम्मान देने का तरीका है. पितृपक्ष के 16 दिनों की अवधि के दौरान पितर धरती पर आते हैं. पितृ पक्ष प्रत्येक वर्ष भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि के साथ शुरू होता है, और आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर समाप्त हो जाता है.

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इस तिथि से शुरू हो रहे पितृ पक्ष
हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष पितृ पक्ष 27 सितंबर 2023 से शुरू हो रहे हैं, और इसका समापन 14 अक्टूबर 2023 को होगा. इस दौरान कुछ खास उपाय करने से पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. जिससे पितृ प्रसन्न होकर हमें सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं.

-तुलसी से जुड़ा उपाय
पितृ पक्ष के दौरान लोग पितरों का श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करते हैं. इसके साथ अन्य कई तरह के उपाय भी किए जाते हैं. इन्हीं उपायों में से एक है तुलसी का उपाय. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार तुलसी के इस उपाय को करने से हमारे पूर्वज प्रसन्न होते हैं, और इस उपाय को करने से श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान के बराबर फल प्राप्त होता है. तुलसी के उपाय को पितृपक्ष के 16 दिनों की अवधि में कभी भी किया जा सकता है, लेकिन इस बीच ध्यान रखें की एकादशी और रविवार नहीं पड़ रहे हों. साफ शब्दों में समझा जाए तो इस उपाय को भूलकर भी रविवार और एकादशी के दिन नहीं करना चाहिए.

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-तुलसी पर चढ़ाएं गंगाजल
शिव पुराण में बताया गया है कि श्राद्ध पक्ष में घर का कोई भी सदस्य तुलसी का उपाय कर सकता है. इसके लिए तुलसी के गमले के पास एक कटोरी रख दें. इसके बाद हथेली में गंगाजल लेकर 5 या 7 बार अपने पितरों के नाम का स्मरण करें, साथ ही बाबा विश्वनाथ का नाम लेकर धीरे-धीरे गंगाजल को छोड़ दें. हाथ जोड़कर माता तुलसी और पितरों का मनन कर लें. इस गंगाजल को आप किसी पौधे में डाल सकते हैं. ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा तो समाप्त होगी, साथ ही यह उपाय को करने से पितरों के तर्पण और पिंडदान की जरूरत नहीं पड़ेगी.

Tags: Astrology, Dharma Aastha

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