देवभूमि पर टूटा संकट का पहाड़… पहले आग फिर पानी की किल्लत और अब डायरिया
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टिहरी के थौलधार ब्लॉक के करीब एक दर्जन गांवों में पेयजल की किल्लत सामने आ रही है.उत्तराखंड के अल्मोड़ा में डायरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है.
देहरादूनः उत्तराखंड के अलग-अलग जिलों में इन दिनों संकट का पहाड़ टूटा हुआ है. कहीं जंगलों में आग लगने की घटना रुक नहीं रही है तो कहीं पीने के पानी का संकट गहरा गया है. इस बीच कई जगहों पर बीमारियों का कहर भी जारी है. उत्तराखंड के अल्मोड़ा में डायरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है. रानीखेत के अड़बोड़ा गांव में डायरिया फैल चुका है. कई लोग डायरिया के चपेट में आ गए हैं. अस्पतालों में मरीजों की भीड़ बढ़ती जा रही है.
वहीं टिहरी के थौलधार ब्लॉक के करीब एक दर्जन गांवों में पेयजल की किल्लत सामने आ रही है. टैंकरों से पानी आपूर्ति की मांग पूरी की जा रही है. नई टिहरी शहर में पानी की आपूर्ति के लिए नया रोस्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. वहीं चमोली जिला में एक दर्जन से अधिक ग्रामीण इलाकों में पानी का संकट गहरा रहा है.
इसके अलावा टिहरी के जंगल में भीषण आग लग गई. बुडोगी के चावलखेत की घटना बताई जा रही है. आग की सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और आग को बुझाया. हालांकि इस दौरान फायर ब्रिगेड की टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी है. टिहरी के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय छात्रावास में भी पानी की किल्लत का मामला सामने आया है.
इस मामले की सूचना पाते ही अधिकारी मौके पर पहुंचे और निरीक्षण किया. इसके बाद जल निगम मुनिकीरेती द्वारा एस्टीमेट तैयार किया जा रहा है. छात्रावास के लिए नई पेयजल योजना बनाई जाएगी. छात्रावास में रह रही करीब 150 छात्राओं को पानी की किल्लत के चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
FIRST PUBLISHED : June 11, 2024, 09:30 IST
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