घर के जैसा खाना हो चिकन-मटन या आलू पराठा तो पहुंच जाएं यहां, बस डिजिटल पेमेंट है जरूरी

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3435055 HYP 0 FEATUREIMG20230904171411 घर के जैसा खाना हो चिकन-मटन या आलू पराठा तो पहुंच जाएं यहां, बस डिजिटल पेमेंट है जरूरी

मो.सरफराज आलम/सहरसा. घर से बाहर निकलते ही जब आप किसी ढाबा, रेस्टोरेंट या होटल में खाना खाने जाते हैं तो आपको पुरुष रसोइया ही दिखते हैं. वो बढ़िया खाना भी बनाते हैं, लेकिन अगर आप घर से बाहर भी महिलाओं के हाथ का बना हुआ और घर के जैसा खाने का स्वाद लेना चाहते हैं तो सदर अस्पताल स्थित दीदी की रसोई चले आइए. यहां आपको चिकन-मटन ही नहीं, आलू पराठा, सत्तू पराठा और लिट्टी-चोखा भी खाने को मिल जाएगा. बस आपको अब से यहां बिल ऑनलाइन चुकाना पड़ेगा.

आपको बता दें कि जीविका द्वारा संचालित दीदी की रसोई में मार्केट से कम रेट पर खाना खिलाया जाता है. इस कैंटीन में आप 60 रुपए में भरपेट सादा खाना खा सकते हैं. इसके अलावा यहां आपको 20 रुपए में आलू पराठा और सत्तू पराठा मिल जाएगा. यहां साफ-सफाई और शुद्धता का भी विशेष ख्याल रखा जाता है. पहले यहां भी नकद में पेमेंट लिया जाता था. लेकिन यहां अब नया नियम बनाया गया है. अगर आप दीदी की रसोई से कुछ भी खाने-पीने का सामान लेते हैं, तो आपको डिजिटल पेमेंट करना होगा. अगर जेब में पैसा हो और डिजिटल पेमेंट नहीं करते हैं तो आप यहां से कुछ भी नहीं खरीद सकेंगे.

ऑनलाइन ही लेना है पेमेंट
दीदी की रसोई के कैश काउंटर पर बैठी वंदना कुमारी बताती हैं कि इस कैंटीन में खाने-पीने के तमाम आइटम उपलब्ध हैं. यहां तक कि मटन और चिकन का भी इंतजाम है. जिस प्रकार से लोग आर्डर करते हैं, उस हिसाब से यहां पर खाना तैयार किया जाता है. उन्होंने बताया कि जीविका के द्वारा एक नया आदेश जारी हुआ है, जिसमें कहा गया है कि कैंटीन से खाने का कोई भी समान अगर कोई खरीदता है तो उसे डिजिटल पेमेंट ही करना होगा. नगद रुपया स्वीकार नहीं किया जाएगा.

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FIRST PUBLISHED : September 05, 2023, 12:31 IST

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